शिव शब्द बना है 'शव' से, शव अपने आप में बहुत सारे रहस्यों को समेटे है। उसी प्रकार शिव से जुड़ी हर बात रहस्य ही है। आज हम बात कर रहे है एक ऐसे ही रहस्य की जो खास बनता है अपने भक्त के वजह से।
दुर्गम रास्ते और आधुनिकता से दूर विराने में पौराणिक रहस्य को समेटे है ये शिवधाम। इंसानी बस्ती से दूर, पथरीले रास्ते से गुजरते हुए मध्यप्रदेश के बीहर मोरेना के चंबल घाटी में मौजूद है ये अलौकिक रहस्यमई शिव लोक।
एक ऐसा प्राकृतिक मंदिर जिसके न तो कोई दरवाजे है न ही कोई आधुनिक सुविधा। शिव का ये धाम महाभारत के रहस्यों को खुद में समेटे है,यहाँ रामायण के भी साक्ष्य मिलते है। इस रहस्यमई शिव धाम का जिक्र शिव पुराण में भी मौजूद है।
शिव पुराण के अनुसार यहाँ दो युगों का मेल है, इसीलिए यहाँ शिव का ये अद्वितीय लोक है। ये एक ऐसे शिव धाम है जो रहस्यमई बनता है, अपने रहस्यमई भक्त की वजह से। हम बात कर रहे हैं ईश्वरा महादेव के धाम की। ऐसे साक्ष्य मिलते हैं जो इस बात की पुुष्टि करते हैैं कि कुछ तो रहस्यमई है जिसे सामान्य नही कहा जा सकता है।
हर रात शिव के इस धाम में होता है कुछ अलौकिक, माना जाता है कि हर रात शिव के एक अदृश्य भक्त आते है यहाँ और करते है विशेष पूजा- अर्चना। लेकिन इन्हें कोई भी देख नही पाता है। कुछ लोगो ने आधुनिकतम तकनीकों के साथ इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश की थी मगर वो विफल रहें। इस रहस्य से परिचित हर इंसान एक ही बात कहता है कि हर दिन सूर्यौदय से पूर्व 3:30 से 4:30 के बीच अचानक रेत का तेज तूफान आ जाता है, आसमान का मौसम बदलने लगता है, ठंडी हवाएं चलने लगती है, बिन बादलों के ही बिजली की तेज कड़कड़ाहट शुरू हो जाती है। फिर तेज बारिश आती है और कुछ भी दिखाई नही देता है।
इस दौरान वहाँ मौजूद कोई इंसान कितनी भी कोशिश कर ले ना सोने की उसे 1 घंटे के लिए नींद आ ही जाती है। इसी दौरान कोई इस्वरा महादेव की पूजा कर जाता है। फिर जादुई तरीके से सब कुछ सामान्य हो जाता है जिसे प्राकृतिक तो बिलकुल भी नही कहा जा सकता।
एक बार एक पहाड़ी राजा ने इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश की लेकिन फिर अप्राकृतिक घटनाए शुरु हो गई। राजा ने खुद को जगाए रखने के लिए अपनी ऊँगली काट ली और उस पर मिर्च और नमक डाल लिया ताकि वह दर्द के कारण सो न पाए, मगर वो फिर भी सो गया।
जब वो नींद से जागा तो ईश्वरा महादेव पर फूल और बेलपत्र चढ़ा मिला।
यकीन मानिए हम अस्वतथामा की बात नही कर रहे है। लोगों का मानना है कि ये कोई और नही बल्कि सनातन धर्म के 8 अमर महापुरुषों में से एक है। शिव के अमर भक्त और लंकापति के छोटे भाई विभीषन हैं।
आज भी वहाँ आस-पास के रहने वाले ईश्वरा महादेव जाने से डरते है। ये रहस्य यहाँ समाप्त नही होता बल्कि ये तो एक नए युग का आरम्भ है जिसमे बहुत सारे रहस्यों पर से पर्दा उठना बाकि है।
जब वो नींद से जागा तो ईश्वरा महादेव पर फूल और बेलपत्र चढ़ा मिला।
यकीन मानिए हम अस्वतथामा की बात नही कर रहे है। लोगों का मानना है कि ये कोई और नही बल्कि सनातन धर्म के 8 अमर महापुरुषों में से एक है। शिव के अमर भक्त और लंकापति के छोटे भाई विभीषन हैं।
आज भी वहाँ आस-पास के रहने वाले ईश्वरा महादेव जाने से डरते है। ये रहस्य यहाँ समाप्त नही होता बल्कि ये तो एक नए युग का आरम्भ है जिसमे बहुत सारे रहस्यों पर से पर्दा उठना बाकि है।
शिव और सनातन धर्म के हर रहस्य को हम आपतक लाते रहेंगे। अधिक जानकारी के लिए इस वीडियो को देखें। रहस्यमई चीजों की अधिक जानकारी के लिए आप इस यूट्यूब चैनल को भी फॉलो कर सकते है।
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